बदल रहा ये देश ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, उतà¥à¤¤à¤® समाज हमारा हो। बात करें जो अनैतिक कोई, किसको यहाठगवारा हो, बदल रहा ये देश ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, उतà¥à¤¤à¤® समाज हमारा हो। जो सच हूठमैं लेकर आया, उसने मà¥à¤à¥‡ सारी रात जगाया, सिकà¥à¤•à¥‡ के पहलू दो होते, धरती के इंसान ने सिखाया। समà¤à¥‡à¤—ा ये बात वही, जिसने वो वकà¥à¤¤ निहारा हो, बदल रहा ये देश ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, उतà¥à¤¤à¤® समाज हमारा हो। बेटी को बचाने की खातिर, चलते अब आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ हैं, लेकिन कोई कà¥à¤¯à¤¾ जाने, à¤à¥€à¤¤à¤° से इनका कà¥à¤¯à¤¾ मन है, बेटी का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ सब चाहें, पर सोचे घर न हमारा हो, बदल रहा ये देश ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, उतà¥à¤¤à¤® समाज हमारा हो। दहेज़ कि आग में है जलती, देखो बेटी इक बाप की, फिर à¤à¥€ इनको फरà¥à¤• न पड़ता, न होती गà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¿ किये पाप की, बहॠचाहिये दौलत वाली, जमाई वो जो सहारा हो, बदल रहा ये देश ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, उतà¥à¤¤à¤® समाज हमारा हो।