कहती है à¤à¤• लड़की जमाने की ये कहानी जनà¥à¤® लड़की का मिला है यही है उसकी नादानी सà¤à¥€ कहते है ये उससे तेरी मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ बड़ी सà¥à¤¦à¤‚र मगर ये रीत कैसी है वो बाहर हसठनही सकती। है वो सपनो की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ मे है चाहत चाà¤à¤¦ छूने की जमाने की ये हरकतें है बेड़ी उसकी राह की कà¥à¤› कहते हैं, लड़की है कहाठजायेगी ये अकेली कोई कहता है दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ है नही बाहर निकलने की। कोई कहता संà¤à¤² चलना तू इजà¥à¤œà¤¤ है दो घरो की घर वाले सà¤à¥€ कहते राजकà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ है हमारी कोई कहता के नाजà¥à¤• सी कली मेरे घरौदे की मगर ये है कली कैसी जो कà¤à¥€ खिल नही सकती।